Forest Officer (वन अधिकारी) kaise bane – सैलरी, कार्य, चयन, योग्यता जानें


Forest Officer kaise bane – वन अधिकारी कैसे बने जानने के लिए पूरा आर्टिकल जरुर पढिये

फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए, वन अधिकारी बनने के बाद क्या work करना पड़ता है और forest Officer की salary क्या होती है, ऐसे ही ढेर सारे सवालों के सही और सटीक जवाब हमने इस आर्टिकल में दिया है।

इसलिए अगर आप भी यह सोचते हैं कि वन अधिकारी कैसे बने तो हमारे इस आर्टिकल को शुरू से अंत तक ध्यान से पढ़ें ताकि कोई महत्वपूर्ण जानकारी आपसे छूट ना जाए।

Forest Officer (वन अधिकारी) kaise bane – सैलरी, कार्य, चयन, योग्यता जानें

फॉरेस्ट ऑफिसर क्या होता है

वन की सुरक्षा और देखभाल के लिए सरकार की तरफ से जिस ऑफिसर की नियुक्ति की जाती है, उसे फॉरेस्ट ऑफिसर या वन अधिकारी कहते हैं।

Forest Officer का क्या काम होता है ?

किसी भी सरकारी नौकरी की तैयारी करने से पहले उम्मीदवार को यह जरूर जान लेना चाहिए कि उसे जब नौकरी मिलेगी तो उसे कौन सा काम करना होगा।

इसलिए Forest Officer kaise bane जानने से पहले आइए जानते हैं कि वन विभाग अधिकारी के कार्य क्या-क्या होते हैं-

Forest Officer का main work जंगल की सुरक्षा करना होता है। जंगल की संपूर्ण सुरक्षा और देखभाल के लिए एक वन अधिकारी को जो काम करने होते वे हैं –

वन विभाग और वन मंत्रालय की जानकारी के लिए जंगल के पेड़ पौधों, जीव जंतुओं से जुड़ा सर्वे करना, कागजी कार्यवाही करना और रिपोर्ट तैयार करना।

भेड़, बकरियों व अन्य सभी पालतू जानवरों को वन भूमि पर चरने से रोकना।

घायल जीव जंतुओं और पक्षियों को चिकित्सा सहायता देना या उन्हें ऐसे जगह पहुंचाना जहां वे ठीक हो सके और सुरक्षित रहें। अपने से नीचे रैंक पर काम कर रहे कर्मचारियों को काम सौंपना और उनके काम का निरीक्षण करना।

जंगल में अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाना ताकि जंगल का विकास हो सके।

जंगल में बिजली गिरने की वजह से अक्सर आग लगती रहती है, ऐसे में फॉरेस्ट ऑफिसर को सतर्क रहते हुए जंगल में आग लगने पर तुरंत आग बुझाने का काम करना होता है।

वन में जहां आवश्यक हो, वहां चेतावनी बोर्ड या सूचना बोर्ड लगाना।

वन के ट्रेल्स, सड़कों, पुलों, नहरों, बांधों, केबिनों और बाड़ों के निर्माण की देख-रेख करना।

समय-समय पर वन में बिजली और टेलीफोन लाइन का निरीक्षण करते रहना।

शिकारियों को शिकार ना करने देना, अवैध रूप से काटी गई लकड़ी या शिकार किए गए जानवरों या जानवरों के अंगों को जब्त करना।

इस तरह के तमाम काम एक फारेस्ट ऑफिसर को करने होते है , इन सभी कामो के लिए एक टीम बनायीं जाती है |

Forest Officer Eligibility – वन अधिकारी बन्ने के लिए योग्यता ?

अगर आप वन अधिकारी बनना चाहते हैं तो आपको पहले यह जान लेना चाहिए कि क्या आप वन अधिकारी बनने के योग्य हैं?

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यदि आपके अंदर नीचे बताई गई Eligibilityऔर Qualification है तो ही आप forest Officer बनने के योग्य हैं।

1. राष्ट्रीयता

वन अधिकारी बनने के लिए उम्मीदवार को भारत का नागरिक होना चाहिए अर्थात् उम्मीदवार मूल रूप से भारत का निवासी हो।

भारत के अलावा, नेपाल या भूटान देश के नागरिक और अन्य देशों के शरणार्थी नागरिकों के पास भारत सरकार द्वारा जारी किया गया eligibility का सर्टिफिकेट होना चाहिए। तभी वे फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए योग्य माने जायेंगे।

2. आयु सीमा

वन अधिकारी के लिए उम्मीदवार की कम से कम उम्र 21 साल और ज्यादा से ज्यादा उम्र 32 साल होनी चाहिए।

SC और ST caste के उम्मीदवारों के लिए आयु में 5 साल तक की छूट दी गई है जबकि OBC caste के लिए 3 साल की छूट दी गई है।

इसके अलावा अन्य वर्ग के आरक्षित उम्मीदवारों जैसे – जम्मू कश्मीर के नागरिक, रक्षा सेवा कर्मियों आदि को भी 5 साल की छूट दी गई है।

शारीरिक रूप से विकलांग उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा में 10 साल तक की छूट दी गई है।

3. शैक्षणिक योग्यता

बात अगर Forest Officer के educational qualification की हो तो, उम्मीदवार का ScienceAgricultureForestry या Medical stream से ग्रेजुएट होना अनिवार्य है।

दूसरे शब्दों में, ग्रेजुएशन में उम्मीदवार के इनमें से कोई एक विषय होना आवश्यक है –

  • वनस्पति विज्ञान (Botany)
  • जीवविज्ञान (Zoology)
  • रसायन विज्ञान (Chemistry)
  • भौतिकी (Physics)
  • सांख्यिकी (Statistics)
  • गणित (Maths)
  • भूविज्ञान (Geology)
  • पशुपालन एवम पशु चिकित्सा विज्ञान

इसके अलावा, अगर उम्मीदवार ने इंजीनियरिंग की है, तो भी वह वन अधिकारी बनने के योग्य है।

4. शारीरिक मापदंड (Physical Criteria)

फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए, उम्मीदवार को IFS द्वारा निर्धारित शारीरिक मापदंडों पर खड़ा उतरता होगा।

IFS द्वारा निर्धारित शारीरिक मापदंडों में उम्मीदवार की निश्चित सीने की चौड़ाई, वजन, लंबाई आदि की मांग की जाती है।

ये शारीरिक मापदंड पुरुष और महिला के लिए अलग-अलग निर्धारित होते हैं। जिसके बारे में विस्तार से जानने के लिए IFS की official website पर देखें।

5. Forest Officer exam के प्रयासों की संख्या

ऐसा नहीं है कि सभी उम्मीदवार जितना चाहे उतने बार Forest Officer की परीक्षा दे सकते हैं।

जनरल कैटगरी के उम्मीदवार केवल 6 बार ही Forest Officer के exam में बैठ सकते है। अगर वे 6 बार परीक्षा देने के बाद भी सफल नहीं होते हैं तो भी अब वे दुबारा इस exam को नहीं दे सकते हैं।

ओबीसी कैटगरी के उम्मीदवार केवल 9 बार Forest Officer के exam में बैठ सकते है। इसके अलावा जनरल और ओबीसी कैटगरी के शारीरिक विकलांग उम्मीदवार भी केवल 9 बार Forest Officer के exam में बैठ सकते है।

जबकि SC और ST कैटेगरी के साधारण और शारीरिक विकलांग दोनों ही तरह के उम्मीदवार असंख्य बार Forest Officer के exam में बैठ सकते है।

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Forest Officer kaise bane ?

Forest Officer बनने के लिए उम्मीदवार को सबसे पहले Indian Forest Service (IFS) Exam का एप्लीकेशन फॉर्म भरना होगा।

एप्लीकेशन फॉर्म भरने के कुछ दिन बाद ऑनलाइन एडमिट कार्ड डाउनलोड करना होगा।

इसके बाद IFS Preliminary examMain exam और Personality Test को क्वालीफाई करना होगा।

→ IFS एग्जाम Civil Services के exams में से एक है। अन्य सिविल सर्विसेज एग्जाम के तरह ही IFS exam को भी UPSC आयोजित करवाती है।

Personality Test क्वालीफाई करने के बाद उम्मीदवार का मेडिकल टेस्ट और वॉकिंग टेस्ट होगा। अगर उम्मीदवार फिजिकल और मेडिकल चेकअप में पूरी तरह से fit पाया जाता है तो उसका सिलेक्शन हो जाएगा।

इस तरह से उम्मीदवार Forest Officer बन जायेगा।

Forest Officer selection process Step by Step in Hindi

फॉरेस्ट ऑफिसर बनने की संपूर्ण चयन प्रक्रिया Step by Step निम्न लिखित है –

  1. IFS Preliminary Exam
  2. IFS Main Exam
  3. Personality Test or Interview
  4. Physical and Medical Test

1. IFS Preliminary Exam pattern

IFS Preliminary Exam में सभी बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते हैं। यह एग्जाम 2 papers में विभाजित होता है।

पहला पेपर General Awareness होता है जिसमें सामान्य ज्ञानकरेंट अफेयर्स आदि से प्रश्न पूछे जाते हैं।

जबकि दूसरा पेपर Civil Services Aptitude Test होता है जिसमें रीजनिंगगणित और अंग्रेजी जैसे विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं।

प्रत्येक पेपर दो घंटे का और 200 – 200 marks होता है। अर्थात् IFS Preliminary Exam कुल 400 marks का और चार घंटे का होता है।

यह एग्जाम qualifying nature का होता है अर्थात् इस एग्जाम को केवल 33% marks ले आकर कोई भी पास कर सकता है।

इस एग्जाम को Hindi और English दोनों भाषाओं में दिया जा सकता है।

IFS Preliminary Exam को पास करने वाले उम्मीदवार ही IFS Main Exam दे सकते हैं।

2. IFS Main Exam pattern

IFS Main Exam लिखित होता है। इसमें कुल 6 विषयों की लिखित परीक्षा देनी होती है।

6 विषयों में से General English और General Knowledge अनिवार्य विषय होते हैं। जो 300 – 300 marks के होते हैं।

बाकि 4 विषय उम्मीदवार अपनी मर्जी से चुन सकता है। ये चारों विषय 200 – 200 marks के होते हैं।

IFS द्वारा निर्धारित 14 subjects में से ही कोई 4 subjects उम्मीदवार चुन सकता है।

IFS द्वारा निर्धारित 14 subjects हैं –

  • जीव विज्ञानं
  • वनस्पति विज्ञान
  • भौतिक विज्ञान
  • रसायन विज्ञान
  • गणित
  • भूविज्ञान
  • कृषि
  • वानिकी(Forestry)
  • पशुपालन एवम पशु चिकित्सा विज्ञान
  • कृषि इंजीनियरिंग
  • रसायन इंजीनियरिंग
  • सिविल इंजीनियरिंग
  • मैकेनिकल इंजीनियरिंग
  • स्टेटिटिक्स

3. Personality Test or Interview

Personality Test(PT) या Interview के दौरान उम्मीदवार से अक्सर ऐसे प्रश्न पूछे जाते हैं जिससे उम्मीदवार की मानसिक स्थिति का अंदाजा लगाया जा सके।

इंटरव्यू के जरिए यह पता लगाने की कोशिश की जाती है कि उम्मीदवार फॉरेस्ट ऑफिसर के पद पर काम करने के लिए कितना योग्य है।

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इसके अलावा, इंटरव्यू में उम्मीदवार की Personality भी काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

एक ऐसा व्यक्ति जो दिमागी रूप से चालाक हो और उसकी Personality भी strong हो सिर्फ वही Forest Officer के पद के लिए चुना जा सकता है।

4. Walking and Medical Test

इंटरव्यू में चयनित उम्मीदवारों को Walking और Medical Test के लिए बुलाया जाता है।

Medical Test के दौरान उम्मीदवार को निर्धारित किए गए physical criteria के आधार पर जांचा जाता है और उम्मीदवार की WeightHeightChest आदि की जांच की जाती है।

Walking Test में महिला उम्मीदवारों को 4 घंटे के भीतर 14 किलोमीटर टहलना होता है जबकि पुरुष उम्मीदवारों को 4 घंटे के भीतर 25 किलोमीटर टहलना होता है।

Walking and Medical Test को पूरा करने वाले उम्मीदवार Forest Officer के रूप में चुन लिए जाते हैं।

Forest Officer Training

चयनित उम्मीदवारों की Forest Officer की Training कुछ इस प्रकार से होती है –

सबसे पहले उम्मीदवारों को मसूरी के लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में चार महीने का फाउंडेशन कोर्स कराया जाता है।

इसके बाद इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी, देहरादून में 20 महीने का तकनीकी और वन-विशेष कोर्स कराया जाता है।

इसके बाद उम्मीदवार को 6 महीने से 1 साल की फील्ड ट्रेनिंग दी जाती है। इस ट्रेनिंग की अवधि अलग-अलग राज्यों पर निर्भर करती है।

फील्ड ट्रेनिंग के दौरान उम्मीदवार को stipend (वेतन) भी दिया जाता है।

ट्रेनिंग पूरी होने के बाद उम्मीदवार को देहरादून वन अनुसंधान संस्थान की तरफ से ‘Science in Forestry’ विषय में मास्टर की डिग्री प्रदान की जाती है।

इसके बाद, उम्मीदवार की Forest Officer के रूप में permanently joining हो जाती है।

Indian Forest Officer Salary – वन विभाग अधिकारी की सैलरी –

Forest Officer के भी कई रैंक होते हैं। बड़े ऑफिसर की तुलना में छोटे रैंक पर काम कर रहे वन अधिकारी की सैलरी कम होती है।

छोटे से बड़े, अलग-अलग रैंक के आधार पर एक forest Officer की minimum monthly salary 56,100 रुपए और maximum monthly salary 2,25,000 रुपए होती है।

ऊपर बताई गई फॉरेस्ट ऑफिसर की सैलरी रेंज की जानकारी हमने विकिपीडिया से ली है।

निष्कर्ष – Forest Officer kaise bane

Forest Officer बनने के लिए पहले साइंस स्ट्रीम से 12th और ग्रेजुएशन पास करें। इसके बाद Indian Forest Service Exam qualify करें। इसके बाद मेडिकल और वॉकिंग टेस्ट पास करें। फिर ट्रेनिंग लेकर forest Officer बने।

तो दोस्तों हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह आर्टिकल जानकारी से भरा लगा होगा।

अगर आपको हमारे इस आर्टिकल ‘Forest Officer kaise bane’ से लाभ हुआ है या आप हमसे ‘वन अधिकारी’ से जुड़ा कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो कमेंट करके जरूर बताएं।


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